National Ayush Mission upsc |
National Ayush Mission (NAM) का उद्देश्य:
आयुष अस्पतालों और औषधालयों के उन्नयन, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (Primary Health Centers- PHC), सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (Community Health Centers- CHCs) और जिला अस्पतालों (डीएच) में आयुष सुविधाओं के सह-स्थान के माध्यम से universal access के साथ, cost-effective आयुष सेवाएं प्रदान करना।
राज्य स्तर पर संस्थागत क्षमता को मजबूत करना।
अच्छी कृषि पद्धतियों (Good Agricultural Practices- GAP) को अपनाकर औषधीय पौधों की खेती में सहायता करना।
उद्यमियों के लिए खेती, warehousing, मूल्यवर्धन (value addition) और marketing और infrastructure के विकास के अभिसरण के माध्यम से समूहों की स्थापना में सहायता करना।
National Ayush Mission (NAM) की मुख्य विशेषताएं:
नेशनल आयुष मिशन योजना (National Health Mission- NAM) 2014 में शुरू की गई और एक केंद्र प्रायोजित योजना है।
यह 2026 तक जारी रहेगा।
आयुष चिकित्सा पद्धति में आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा (Naturopathy) , यूनानी, सिद्ध और सोवा-रिग्पा (Siddha and Sowa-Rigpa) और होम्योपैथी शामिल हैं।
इसमें कार्यक्रमों के कार्यान्वयन में flexibility की परिकल्पना की गई है जिससे राज्य सरकारों/संघ राज्य क्षेत्रों (UTs) की पर्याप्त भागीदारी होगी।
Mandatory Components (संसाधन पूल का 80%):
आयुष सेवाएं (पीएचसी (Primary Health Centers- PHC), सीएचसी (Community Health Centers- CHCs) और डीएच (District Hospitals- DH) में आयुष सुविधाओं के सह-स्थान सहित।
आयुष शिक्षण संस्थान।
आयुष ड्रग्स, औषधीय पौधों का गुणवत्ता नियंत्रण (Quality control)।
स्कूल स्वास्थ्य कार्यक्रम: योग और परामर्श (counseling) का उपयोग करके स्कूल जाने वाले बच्चों की शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करना।
Flexible Components (संसाधन पूल का 20%):
योग और प्राकृतिक चिकित्सा (Naturopathy) सहित आयुष स्वास्थ्य केंद्र (AYUSH Health Center)।
आईईसी गतिविधियों और टेलीमेडिसिन (telemedicine)।
औषधीय पौधों के लिए फसल बीमा (Crop insurance)।
निजी आयुष शैक्षणिक संस्थानों के लिए सार्वजनिक निजी भागीदारी प्रावधान (Public Private Partnership provision) और ब्याज सब्सिडी भी है।
निगरानी और मूल्यांकन (Monitoring and Evaluation)- केंद्र/राज्य स्तर पर समर्पित एमआईएस निगरानी और मूल्यांकन सेल की स्थापना की जाएगी।
आयुष ग्राम (AYUSH Gram): प्रति ब्लॉक एक गांव का चयन किया जाएगा जहां आयुष आधारित जीवन शैली को बढ़ावा दिया जाता है।
आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Scheme) के 10% स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र (Health and Wellness Centers- HWCs) आयुष मंत्रालय द्वारा राज्य / केंद्रशासित प्रदेश सरकारों के माध्यम से संचालित किए जाएंगे।
• इसलिए, NAM (National AYUSH Mission) के तहत कुछ आयुष औषधालयों को आयुष स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों के रूप में उन्नत किया जाएगा।
औषधीय पौधों की खेती के लिए किसानों को सब्सिडी भी दी जा रही है।